भगवान महादेव और माँ गौरी से कुछ भी काम बोल व पुरी हो जाए।भोले बाबा तो भोले है, एक बेल के पत्ते से भी खुश हो जाते है।कुछ भी काम करने जाते है पर वह काम विगड जाता है या कोई भी अच्छे नौकरी पाना चाहते पर वह मील नही रहा हो या कोइ लडकी या लडका का विवाह के समय हो गया है पर रिसता तो आता है पर टुट जाता है या भरी भरकम कर्ज हो पर उसको चुकता कर नही पा रहे है तो प्रभु और माँता के शरण मेँ जाए तो फिर कोई भी काम हो महादेव और माँ पार्वती के कुपा से वह विगडता हुआ काम भी बन जाता है।ए मंत्र को सिद्धि करने बाद कुछ भी, काम मेँ पुर्ण सफलता मीलता है।करना किया है,घर पर महादेव और महदेवी दोनोँ एक साथ हो, इस तरहा का चित्र रख कर दीप धूप और उनको जो भोग लगता है दे,इसके बाद महादेव और महदेवी के चित्र के सामने वैठ जाए और मंत्र को दस हजार जाप करे,जाप परी होने पर एक सो आठ वार अहुति दे।इताना करने बाद मंत्र सिद्धि होता है। जब कोई भी काम हो उसमेँ पुर्णता प्राप्त करने चाहते है तो सिर्फ मंत्र जाप से वह काम पुर्ण हो जाएगा।अमुक स्थान पर काम का नाम ले । मंत्र-ॐ ह्रीँ श्रीँ ह र गौरी शंकराय मम अमुकं कर्म कुरु कुरु स्वाहा।।
भगवान महादेव और माँ गौरी से कुछ भी काम बोल व पुरी हो जाए।भोले बाबा तो भोले है, एक बेल के पत्ते से भी खुश हो जाते है।कुछ भी काम करने जाते है पर वह काम विगड जाता है या कोई भी अच्छे नौकरी पाना चाहते पर वह मील नही रहा हो या कोइ लडकी या लडका का विवाह के समय हो गया है पर रिसता तो आता है पर टुट जाता है या भरी भरकम कर्ज हो पर उसको चुकता कर नही पा रहे है तो प्रभु और माँता के शरण मेँ जाए तो फिर कोई भी काम हो महादेव और माँ पार्वती के कुपा से वह विगडता हुआ काम भी बन जाता है।ए मंत्र को सिद्धि करने बाद कुछ भी, काम मेँ पुर्ण सफलता मीलता है।करना किया है,घर पर महादेव और महदेवी दोनोँ एक साथ हो, इस तरहा का चित्र रख कर दीप धूप और उनको जो भोग लगता है दे,इसके बाद महादेव और महदेवी के चित्र के सामने वैठ जाए और मंत्र को दस हजार जाप करे,जाप परी होने पर एक सो आठ वार अहुति दे।इताना करने बाद मंत्र सिद्धि होता है। जब कोई भी काम हो उसमेँ पुर्णता प्राप्त करने चाहते है तो सिर्फ मंत्र जाप से वह काम पुर्ण हो जाएगा।अमुक स्थान पर काम का नाम ले । मंत्र-ॐ ह्रीँ श्रीँ ह र गौरी शंकराय मम अमुकं कर्म कुरु कुरु स्वाहा।।
Comments