साबर मंत्र से यक्षिणी साधना


ओम नमः सत्य नाम आदेश गुरु की । यक्षिणी हाजिर हो के करें मेरा इच्छा पूरी ना करें तो गुरु गोरखनाथ की आन दुहाई काली कंकाली ने की ।मेरी भक्ति गुरु की शक्ति शब्द सांचा पिंड काचा। फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा।। इस मंत्र को  घर पर या मंदिर या श्मशान में जाप कर सकते हैं। आपका मर्जी आप ही  चयन कर लीजिए कहां पर आपको मंत्र जाप करना है। प्रतिदिन इस मंत्र को 11 माला जाप करना है। कहा जाता है देवी पार्वती माता पार्वती ने जो पसीने की बूंद जमीन में पटका था तो उसमें से करोड़ों लाखों यक्षिणी जन्मे थे। इस मंत्र को जाप करने से कौन सी यक्षिणी प्रकट होगी वह कहा नहीं जा सकता। कोई भी प्रकट हो वह आपकी हर मनोकामना पूर्ण करेंगी।। इसमें और कुछ विधि-विधान नहीं है सिर्फ मंत्र जाप करना है आप पर निर्भर करता है आप यक्षिणी को प्रकट कर सकते हैं या फिर उन साधकों में शामिल हो जाएंगे जो कहते हैं ए सब कुछ काम नहीं करता मेहनत करो तो मेहनत का फल जरूर मिलेगा।। 

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