मांतगी चेटक मंत्र -एक मंत्र हजार काम



 ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी जिन्न परी आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !! 


ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी भूतों प्रेतों भूतनी आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !!


ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी सर्व अप्सरा  आगच्छ  मे वशमानय स्वाहा !!

ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी  योगिनी आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !!




ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी  वीर बेताल आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !!
                                                                                ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी मम सर्व कार्य सिद्धिं  कुरु कुरु स्वाहा !!
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ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी यक्षिणी आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !!
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ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी किन्नरी  आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !!
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ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी यक्ष  आगच्छ मे वशमानय स्वाहा !!



ॐ चिटि चिटि चण्डालि महाचण्डालि मातंगेश्वरी हन हन अमुक मारय मारय कुरु कुरु स्वाहा !!                                                                                                          यह जो मंत्र है इसको आप किसी भी तरह बदलाव कर सकते हैं अपने मन मुताबिक बदलाव कर सकते हैं बदलाव होने पर इसका प्रभात थोड़ा कम हो जाता है पर जब इसका जप किया जाता है तो यह जागृत होकर अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है इसको मैंने आजमाया है बार बार आजमाया है फिर मैंने इसको आप सभी के लिए देना उचित समझा।।                                                                                   

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