धनप्रिया यक्षिणी साधना


 नाम से पता चलता है यह धन से संबंधित यक्षिणी है। यक्षिणी की आयू 16 से 18 बरस की है। देखने में यह बहुत सुंदर है। इसकी साधना घर पर या अन्य स्थान पर किया जा सकता है। इसकी मंत्र जाप से ही इंसान की दरिद्रता दूर होने लगता है। यह प्रसन्न होने पर भक्तों की हर मनोकामना चुटकी भर में पूर्ण कर देती है। धन से संबंधित हर परेशानी को उपासक के पास भटकने नहीं देती है। जो भी इसको सिद्धि कर लेता है उसको और उसके परिवार को धन की कमी  कभी होने नहीं देती। इसकी साधना भी सरल है। जो सिद्धि कर लेता है कहा जाता है धरती पर जितने भी दिन वह जीवित रहता है उसका हर इच्छा को यक्षिणी फलीभूत कर देती है। धन के साथ-साथ उपासक जो भी चाहता है यक्षिणी वह सब लाकर देती है या वह सब उसके जीवन में सत्य कर देती है। इसकी साधना किसी भी शनिवार के दिन से आरंभ किया जा सकता है संध्या के समय या फिर रात्रि के समय या फिर साधना को सुबह के समय भी किया जा सकता है। यक्षिणी अगर दर्शन भी ना दें तो भी उपासक के मन में जो भी इच्छा है उसको वह पूर्ण कर देती है अगर वह दर्शन देती है तो उपासक जब भी चाहे यक्षिणी को बुलाकर अपना इच्छा बता देने से वह इच्छा को चुटकी भर में सत्या कर देती है। उपासक चाहे तो वह उसके साथ भी रह सकती है। साधना करना है तो प्रतिदिन इसका मंत्र को एक हजार बार जाप करना पड़ता है यह साधना लगभग 7 दिन में पूर्ण हो जाती है। अगर बिना दर्शन के लाभ उठाना हे तो प्रतिदिन सुबह एक माला और सोने जाने से पहले एक माला इस यक्षिणी की मंत्र जाप करने से उपासक के धन संबंधित हर समस्या दूर होता है।

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स्वर्ण यक्षिणी मंत्र नहीं दिया